NHAI का नया अपडेट: 2025 के लिए टोल भुगतान नियमों में बड़ा अपडेट जारी किया है, जिससे हाईवे पर यात्रा करने वाले लाखों ड्राइवरों को राहत मिलने वाली है। पहले जहाँ FASTag न होने पर सभी वाहनों से सीधे डबल टोल वसूला जाता था, वहीं अब डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए इस व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। नई नीति के तहत यदि कोई वाहन मालिक FASTag के बिना यात्रा करता है, तो वह UPI के जरिए भुगतान करके करीब 75% तक की बचत कर सकता है।
यह नियम 15 नवंबर से लागू है और खास तौर पर उन यात्रियों के लिए फायदेमंद है जो रोज़ाना FASTag समस्या या कैश की परेशानी के चलते टोल पर अटक जाते थे। नई डिजिटल प्रणाली के लागू होने से हाईवे ट्रैफिक भी सुचारू होने की उम्मीद है।
टोल भुगतान प्रणाली में नए बदलाव क्या है NHAI का नया अपडेट
NHAI का नया अपडेट पहले, बिना FASTag वाहनों को सीधे डबल टोल फीस चुकानी पड़ती थी। यह नियम इसीलिए लागू था ताकि अधिक से अधिक लोग FASTag अपनाएं। लेकिन अब NHAI ने नई डिजिटल UPI प्रणाली लागू कर दी है।
अब बदलावा यह है:
- बिना FASTag वाहन = अब दोगुना टोल नहीं, बल्कि UPI भुगतान करने पर केवल 1.75x (सवा टोल) देना होगा।
- इससे वाहन मालिकों पर आर्थिक बोझ कम होगा और टोल प्लाज़ा पर भीड़ में कमी आएगी।
- हर टोल प्लाज़ा पर QR कोड वाले बोर्ड लगाए जा चुके हैं ताकि ड्राइवर तुरंत UPI से पेमेंट कर सकें।
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NHAI का नया अपडेट कौन-कौन से टोल प्लाज़ा सबसे अधिक प्रभावित?
झांसी रूट से गुजरने वाले नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक सबसे ज्यादा रहता है। यहाँ पाँच प्रमुख टोल प्लाज़ा हैं, जहाँ रोजाना भारी संख्या में वाहन गुजरते हैं:
- ललितपुर टोल प्लाज़ा: लगभग 8,000 वाहन प्रतिदिन
- बबीना टोल प्लाज़ा: करीब 10,000 वाहन
- सेमरी टोल प्लाज़ा: लगभग 8,000 वाहन
- एट टोल प्लाज़ा: लगभग 9,000 वाहन
- आटा टोल प्लाज़ा: लगभग 11,000 वाहन
इन पाँच टोल प्लाज़ा से मिलाकर हर दिन लगभग 50,000 से अधिक वाहनों की आवाजाही होती है।
NHAI का नया अपडेट UPI पेमेंट क्यों लागू किया गया?
सरकार का मुख्य उद्देश्य डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना है। कैश लेनदेन के कारण कई बार:
- समय की बर्बादी होती थी
- गलत कटौती की शिकायतें आती थीं
- टोल प्लाज़ा पर लंबी कतारें लग जाती थीं
UPI पेमेंट से:
- पेमेंट कुछ सेकंड में पूरा
- गलतियों की संभावना कम
- टोल क्रॉसिंग की गति तेज़
- रिकॉर्ड स्वचालित रूप से सेव होता है
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NHAI का नया अपडेट FASTag वाहनों को वार्षिक पास का लाभ
NHAI का नया अपडेट में FASTag उपयोगकर्ताओं के लिए NHAI ने वार्षिक पास की सुविधा भी शुरू की है:
- कुल कीमत: ₹3000 प्रति वर्ष
- फायदा: 200 बार टोल क्रॉस करने की सुविधा
- झांसी क्षेत्र में लगभग 7,500 कार मालिक इस स्कीम का लाभ उठा रहे हैं।
यह पास रोज़ाना आने-जाने वाले कर्मचारियों और कमर्शियल वाहनों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है।
NHAI अधिकारियों की प्रतिक्रिया
NHAI का नया अपडेट अधिकारियों के अनुसार, नए नियम का उद्देश्य जनता को राहत देना और टोल क्रॉसिंग को आधुनिक एवं सरल बनाना है। नॉन-FASTag वाहनों को दोगुना चार्ज देना पड़ता था, जिससे कई ड्राइवर परेशान रहते थे।
लेकिन अब UPI आधारित भुगतान प्रणाली लागू होने से:
- लोगों का समय बचेगा
- टोल लेन क्लियरिंग तेज़ होगी
- डिजिटल इंडिया मिशन को बूस्ट मिलेगा
नए नियम से किसे सबसे ज्यादा फायदा होगा?
- जिन वाहनों में FASTag नहीं है
- ग्रामीण या दूरस्थ क्षेत्रों के ड्राइवर
- टोल पर कैश लेकर चलने की आदत वाले वाहन मालिक
- अचानक FASTag में बैलेंस खत्म हो जाने की स्थिति में
UPI पेमेंट का विकल्प होने से उन्हें अब डबल टोल देने की वजह से जेब पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा।
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क्या अभी भी FASTag ज़रूरी है?
हाँ, FASTag अभी भी सबसे तेज़, सरल और किफायती तरीका है।
- FASTag में सिंगल टोल फीस लगती है
- UPI भुगतान में 1.75x टोल लगेगा
इसलिए FASTag रखना अब भी आपके लिए बेहतर और किफायती विकल्प है।
निष्कर्ष
NHAI का नया अपडेट: NHAI के नए नियमों ने हाईवे पर यात्रा करने वाले ड्राइवरों के लिए टोल पेमेंट को पहले से ज्यादा आसान और किफायती बना दिया है। अब बिना FASTag वाले वाहनों को डबल टोल भरने की आवश्यकता नहीं होगी—वे बस UPI स्कैन करके कम शुल्क में टोल पार कर सकते हैं। QR कोड आधारित डिजिटल सिस्टम से टोल लेन की गति भी तेज़ होगी और कैश की गड़बड़ियाँ लगभग खत्म हो जाएंगी।
अगर आप रोजाना हाईवे का उपयोग करते हैं, तो UPI और FASTag दोनों विकल्प आपके सफर को सुविधाजनक, तेज़ और बजट-फ्रेंडली बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
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