Mukhyamantri Mahalaxmi Kit Yojana सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण उपलब्ध कराना है। इस योजना में प्रसव के बाद मां और शिशु को विशेष महालक्ष्मी किट दी जाती है, जिसमें पोषण और स्वच्छता से जुड़ी आवश्यक सामग्री शामिल होती है। पहले यह सुविधा केवल बेटियों के जन्म पर थी, लेकिन अब बेटों के लिए भी उपलब्ध है। इसका मुख्य उद्देश्य मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना और स्वास्थ्य व स्वच्छता के स्तर को बढ़ाना है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं Mukhyamantri Mahalaxmi Kit Yojana से जुड़े लाभ, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया की पूरी जानकारी।
Mukhyamantri Mahalaxmi Kit Yojana का उद्देश्य व लाभ
Yojana का उद्देश्य:-
- नवजात शिशु और मां को पोषण एवं स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक सुविधाएं देना।
- प्रसव के बाद स्वच्छता पर जोर देना ताकि संक्रमण से बचाव हो सके।
- बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करना और लिंग अनुपात में सुधार करना।
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की मदद करना ताकि वे प्रसव के बाद आवश्यक सुविधाएं प्राप्त कर सकें।
Mukhyamantri Mahalaxmi Kit Yojana के लाभ:-
- प्रसव के बाद मां और बच्चे के स्वास्थ्य की सुरक्षा।
- पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करना।
- नवजात शिशुओं में संक्रमण और कुपोषण से बचाव।
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की सहायता।
Mukhyamantri Mahalaxmi Kit Yojana में क्या मिलता है?
इस योजना के द्वारा दी जाने वाली किट में मां और शिशु दोनों के लिए कई जरूरी सामान होते हैं। यहां पूरी लिस्ट दी गई है:
मां के लिए सामग्री | शिशु के लिए सामग्री |
छुआरा – 500 ग्राम | गर्म कपड़े – 2 जोड़ी |
बादाम – 250 ग्राम | गर्म टोपी और जुराब |
गरम शॉल – 1 | बेबी साबुन – 3 |
जुराब – 2 जोड़ी | बेबी ऑयल – 1 |
बेडशीट तकिया कवर के साथ – 2 | बेबी पाउडर – 1 |
तौलिया – 1 | बेबी क्रीम – 1 |
सैनिटरी नैपकिन – 2 पैकेट | तौलिया – 2 |
नहाने का साबुन – 4 | बेबी ब्लैंकेट (कंबल) – 1 |
कपड़े धोने का साबुन – 4 | रबर शीट – 1 |
नेल कटर – 1 | बेबी डायपर – 10 पीस |
सरसों का तेल – आधा लीटर | कॉटन नैपकिन – 12 पीस |
Mukhyamantri Mahalaxmi Kit Yojana के लिए पात्रता
- महिला उत्तराखंड की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
- गर्भवती महिला का आंगनवाड़ी केंद्र में रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है।
- परिवार की वार्षिक आय 72,000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- लाभ केवल पहले दो बच्चों के लिए दिया जाएगा।
- आवेदन बच्चे के जन्म के 6 महीने के भीतर करना जरूरी है।
Mukhyamantri Mahalaxmi Kit Yojana आवश्यक दस्तावेज
- निवास प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- शिशु का जन्म प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- प्रसव प्रमाण पत्र (अस्पताल या डॉक्टर से)
विशेष स्थिति:
दुष्कर्म पीड़िता, विधवा या तलाकशुदा महिलाओं से किसी भी तरह के अतिरिक्त दस्तावेज नहीं मांगे जाएंगे।
आवेदन प्रक्रिया
- नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जाएं।
- गर्भवती महिला का रजिस्ट्रेशन कराएं।
- आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- आंगनवाड़ी केंद्र दस्तावेज़ों की जांच कर आवेदन को स्वीकृति देगा।
- स्वीकृति मिलने के बाद महालक्ष्मी किट लाभार्थी को प्रदान की जाएगी।
निष्कर्ष
Mukhyamantri Mahalaxmi Kit Yojana 2025 उत्तराखंड सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो मातृ और शिशु स्वास्थ्य को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह योजना गर्भवती महिलाओं को आवश्यक पोषण और स्वच्छता सामग्री प्रदान करने के साथ-साथ प्रसव के बाद मां और बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ जीवन की नींव भी रखती है।
जो महिलाएं समय पर आंगनवाड़ी केंद्र में रजिस्ट्रेशन कराती हैं, वे इस योजना का पूरा लाभ उठाकर अपने और शिशु के स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल सुनिश्चित कर सकती हैं।
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