कल्कि रिलीज़ 27/06/2024 आज …..

कल्कि 2898 AD” रिलीज़ डेट: क्या आपको पता है?

“कल्कि 2898 AD” एक बहुप्रतीक्षित भारतीय विज्ञान कथा फिल्म है, जिसे शंकर महादेवन द्वारा निर्देशित और विष्णुवर्धन इंदूरी द्वारा निर्मित किया गया है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म की रिलीज़ डेट क्या है?
अभी तक, “कल्कि 2898 AD” की कोई आधिकारिक रिलीज़ डेट 27/06/2024 घोषित की गई है।
हालांकि, कुछ रिपोर्टों के अनुसार, फिल्म 2024 में इसी डेट में रिलीज़ होने की उम्मीद है।
फिल्म के निर्माताओं ने रिलीज़ डेट को लेकर कोई पुष्टि की है, इसलिए हमें आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना खत्म हुआ ।
यहां कुछ अन्य जानकारी दी गई है जो आपको “कल्कि 2898 AD” के बारे में जानना चाहिए:
• यह फिल्म 2898 AD में भारत में स्थापित एक विज्ञान कथा थ्रिलर है।
• फिल्म में नंदिनी और अक्षय कुमार मुख्य भूमिकाओं में हैं।
• फिल्म का निर्माण वीआर फिल्म फंड और अक्षय कुमार की केप गुड फिल्म्स द्वारा किया जा रहा है।
• फिल्म का संगीत एआर रहमान द्वारा दिया जाएगा।
“कल्कि 2898 AD” निश्चित रूप से एक रोमांचक फिल्म होने की उम्मीद है, और हम इसकी रिलीज़ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
कौन है कल्कि :- हिन्दू धर्म में, कल्कि को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना जाता है।
पुराणों के अनुसार, कल्कि अवतार कलियुग के अंत में होगा, जब दुनिया अधर्म और अराजकता से ग्रस्त होगी। कल्कि शंभल नामक स्थान पर एक ब्राह्मण परिवार में जन्म लेंगे और विष्णुयशा नाम के पुत्र होंगे।
वह एक सफेद घोड़े पर सवार होकर आएंगे और उनके साथ चार सहायक, सेना और अश्वमेध यज्ञ के लिए घोड़ा होगा।
कल्कि का युद्ध दुष्टों और अधर्मी लोगों से होगा, और वे पृथ्वी को पाप और अन्याय से मुक्त करेंगे।
उनके द्वारा स्थापित सतयुग एक स्वर्ण युग होगा, जो 4,32,000 वर्षों तक चलेगा।

कल्कि के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
• उनका जन्म: कल्कि का जन्म कलियुग के अंत में शंभल नामक स्थान पर होगा।
• उनका रूप: कल्कि सफेद घोड़े पर सवार युवा योद्धा के रूप में दिखाई देंगे।
• उनके हथियार: उनके पास विष्णु के सभी दिव्य हथियार होंगे, जैसे चक्र, शंख, गदा और तलवार।
• उनका उद्देश्य: कल्कि का उद्देश्य पृथ्वी को पाप और अन्याय से मुक्त करना और सतयुग की स्थापना करना है।
कल्कि के बारे में कई भविष्यवाणियां हैं, और उनकी वापसी को लेकर कई अलग-अलग मान्यताएं हैं।
कुछ लोग मानते हैं कि वह एक वास्तविक व्यक्ति होंगे, जबकि अन्य का मानना है कि वह एक प्रतीकात्मक व्यक्ति हैं।
लेकिन, एक बात निश्चित है कि कल्कि हिन्दू धर्म में आशा और विश्वास का प्रतीक हैं।

हिन्दू धर्म में भगवान के अवतार
हिन्दू धर्म में अवतार की अवधारणा बहुत महत्वपूर्ण है। अवतार का अर्थ है “ईश्वर का धरती पर अवतरित होना”। हिन्दू ग्रंथों के अनुसार, भगवान विभिन्न रूपों में अवतरित होते हैं जबकि वे सदैव सर्वव्यापी और सर्वज्ञ रहते हैं।
विष्णु के दशावतार:
हिन्दू धर्म में, भगवान विष्णु के दस प्रमुख अवतारों का उल्लेख मिलता है, जिन्हें दशावतार कहा जाता है। ये अवतार विभिन्न युगों में धरती पर अनेक रूपों में प्रकट हुए थे, जिसका उद्देश्य धर्म की रक्षा करना, अधर्म का नाश करना और मानवता का उद्धार करना था।
दशावतार इस प्रकार हैं:
1. मत्स्य अवतार: प्रलय के समय, जब सारी सृष्टि जल में डूबी हुई थी, भगवान विष्णु ने एक विशाल मछली का रूप धारण कर सतयुग के राजा वैवस्वत मनु को अपनी नाव में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था।
2. कूर्म अवतार: समुद्र मंथन के समय, जब मंदराचल पर्वत डूबने लगा, तब भगवान विष्णु ने विशाल कूर्म (कछुए) का रूप धारण कर पर्वत को अपनी पीठ पर उठाकर सहारा दिया था।
3. वराह अवतार: हिरण्याक्ष नामक राक्षस ने पृथ्वी को छिपाकर पाताल लोक में रख दिया था। भगवान विष्णु ने विशाल वराह (सूअर) का रूप धारण कर पृथ्वी को अपनी सूंड पर उठाकर वापस लाए।
4. नृसिंह अवतार: हिरण्यकश्यप नामक राक्षस, जो स्वयं को भगवान समझ बैठा था, का वध करने के लिए भगवान विष्णु ने आधा सिंह और आधा मनुष्य का रूप धारण किया था।
5. वामन अवतार: बलि नामक दानी राजा के यज्ञ में भगवान विष्णु ने बौने ब्राह्मण का रूप धारण कर तीन पग भूमि दान में मांगी। जब बलि ने तीन पग भूमि दान कर दी, तो भगवान विष्णु ने अपने दो पगों से सारी पृथ्वी और आकाश नाप लिया और तीसरे पग से बलि को पाताल लोक में भेज दिया।
6. परशुराम अवतार: क्षत्रिय राजाओं द्वारा किए गए अत्याचारों का नाश करने के लिए भगवान विष्णु ने परशुराम नामक ब्राह्मण का रूप धारण किया था।
7. राम अवतार: रावण नामक राक्षस के अत्याचारों का नाश करने और धर्म की स्थापना करने के लिए भगवान विष्णु ने मर्यादा पुरुषोत्तम राम के रूप में जन्म लिया था।
8. कृष्ण अवतार: कंस और जरासंध जैसे दुष्ट राजाओं का वध करने और कलियुग के प्रभाव को कम करने के लिए भगवान विष्णु ने कृष्ण अवतार धारण किया था।
9. बुद्ध अवतार: अहिंसा और ज्ञान का मार्ग दिखाने के लिए भगवान विष्णु ने बुद्ध अवतार धारण किया था।
10. कल्कि अवतार: भविष्य में, जब कलियुग का अंत होगा और अधर्म का बोलबाला होगा, तब भगवान विष्णु कल्कि नामक योद्धा के रूप में अवतार लेंगे और पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे।
अन्य अवतार:
विष्णु के दशावतारों के अलावा, हिन्दू धर्म में भगवान शिव, देवी माँ और अन्य देवी-देवताओं के भी अनेक अवतारों का उल्लेख मिलता है।

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