PayTm की हालत खराब अब Paytm के COO ने भी दिया स्तीफा

PayTm की हालत खराब अब Paytm के COO ने भी दिया स्तीफा

PayTm की हालत खराब अब Paytm के COO ने दिया स्तीफा :
Paytm के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भावेश गुप्ता ने अपने पद से स्तीफा दे दिया, उन्होंने अपने व्यक्तिगत कारणों से ये निर्णय लिया | ये मोबाइल पेमेंट कंपनी Paytm के लिए एक और झटका है | फरवरी में कई कारवाई के चलते रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने paytm पर कई पाबंदियां लगाई थी | इसके बाद ही Paytm और पैरेंट कंपनी के कई उच्च अधिकारी अपना पद छोड़ चुके हैं | वह 2020 में शामिल हुए और उस समय पेमेंट्स के प्रमुख और लीडिंग के सीईओ थे। बाद में 2023 में उन्हें कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) के रूप में पदोन्नत किया गया।

भावेश गुप्ता का इस्तीफा 31 मई 2024 से प्रभाव में होगा
​​​​​​​                                                                                भावेश गुप्ता का इस्तीफा 31 मई 2024 से प्रभावी होगा। गुप्ता ने अपने इस्तीफे में कहा कि वह व्यक्तिगत कारणों की वजह से ये पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे CEO ऑफिस में सलाहकार के तौर पर कंपनी को अपना सपोर्ट देते रहेंगे।

Paytm पर हुयी कार्यवाई :-
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने जनवरी 2024 में पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कार्रवाई की थी। RBI ने पाया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने कुछ नियमों का उल्लंघन किया था, जिसके चलते उन्होंने कई सेवाओं पर रोक लगा दी थी।

यहां पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर हुई कार्रवाई के कुछ मुख्य बिंदु हैं:

  • नियमों का उल्लंघन: RBI ने पाया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने “अपने ग्राहक को जानें” (KYC) मानकों का पालन नहीं किया था। इसका मतलब है कि बैंक को यह पता नहीं था कि उसके कुछ ग्राहकों की वास्तविक पहचान क्या है।
  • कार्रवाई: RBI ने फरवरी 2024 के अंत से नए खाते खोलने या जमा स्वीकार करने पर रोक लगा दी।
  • प्रभाव: इसका मतलब यह हुआ कि मौजूदा ग्राहक तो अपना पैसा निकाल सकते थे और लेन-देन कर सकते थे, लेकिन वे नए खाते नहीं खोल पाए और न ही अपने मौजूदा खातों में जमा राशि बढ़ा सके।

यह कार्रवाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक के लिए एक बड़ा झटका थी। कुछ समय बाद मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी आया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक संभवत: अपनी सेवाएं बंद कर सकता है।

 

Paytm में घटी ग्राहकों की संख्या :-

पेटीएम में ग्राहकों की संख्या में कमी के बारे में कुछ रिपोर्टें सामने आई हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कमी कितनी बड़ी है या इसके क्या कारण हैं।

संभावित कारण:

  • बाजार में प्रतिस्पर्धा: भारत में डिजिटल भुगतान बाजार में कई प्रतिस्पर्धी कंपनियां हैं, जैसे कि Google Pay, PhonePe, Amazon Pay, और UPI. यह संभव है कि पेटीएम इन प्रतिस्पर्धियों से ग्राहकों को खो रहा हो।
  • तकनीकी समस्याएं: पिछले कुछ महीनों में पेटीएम को कुछ तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा है, जिससे ग्राहकों को असुविधा हुई है। यह संभव है कि इन समस्याओं ने कुछ ग्राहकों को पेटीएम से दूर कर दिया हो।
  • नियामक कार्रवाई: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में कुछ गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) पर प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे पेटीएम को कुछ हद तक प्रभावित किया है।
  • अन्य कारक: यह भी संभव है कि अन्य कारक हैं जो पेटीएम में ग्राहकों की संख्या में कमी का कारण बन रहे हैं, जैसे कि आर्थिक मंदी या ग्राहकों की बदलती आदतें।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल संभावित कारण हैं और पेटीएम में ग्राहकों की संख्या में कमी के पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है।

 

Paytm के ममैनेजमेंट में हुआ फिर बदलाव :-
कुछ प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं:

  • नए प्रबंध निदेशक और सीईओ: अप्रैल 2024 में, पेटीएम ने वरुण श्रीधर को अपना नया प्रबंध निदेशक और सीईओ नियुक्त किया। उनके पास डिजिटल भुगतान उद्योग में व्यापक अनुभव है।
  • अध्यक्ष का पद समाप्त: पेटीएम ने अध्यक्ष का पद समाप्त कर दिया है, जो पहले भावेश गुप्ता द्वारा धारित किया गया था। गुप्ता ने मई 2023 में कंपनी छोड़ दी थी।
  • नए बोर्ड सदस्य: पेटीएम ने अपने बोर्ड में कुछ नए सदस्यों को भी शामिल किया है, जिनमें टेक उद्योग के दिग्गज और निवेशक शामिल हैं।

इन बदलावों के पीछे के कारण स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन संभावित व्याख्याएं इस प्रकार हैं:

  • नया नेतृत्व: यह संभव है कि पेटीएम एक नए नेता की तलाश में था जो कंपनी को विकास के अगले चरण में ले जा सके। विजय शेखर शर्मा का डिजिटल भुगतान उद्योग में अनुभव उन्हें इस भूमिका के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है।
  • पुनर्गठन: यह भी संभव है कि पेटीएम अपने व्यवसाय को पुनर्गठित कर रहा हो और इसके लिए प्रबंधन में बदलाव की आवश्यकता हो। अध्यक्ष का पद समाप्त करना और नए बोर्ड सदस्यों को जोड़ना इस पुनर्गठन का हिस्सा हो सकता है।
  • नियामक दबाव: पेटीएम को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से कुछ नियामक दबावों का सामना करना पड़ रहा है। यह संभव है कि ये बदलाव इन दबावों को कम करने का एक प्रयास है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल संभावित व्याख्याएं हैं और पेटीएम में प्रबंधन परिवर्तनों के पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए अधिक जानकारी की आवश्यकता है।

यहां कुछ स्रोत दिए गए हैं जो पेटीएम में प्रबंधन परिवर्तनों के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करते हैं:

  • पेटीएम में बड़ा बदलाव! वरुण श्रीधर बने नए MD और CEO
    यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये लेख अप्रैल 2024 में प्रकाशित हुए थे और तब से पेटीएम में प्रबंधन में और बदलाव हो सकते हैं

 

 

 

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