विश्व के सबसे ऊंचे सेतु पर ट्रेन का सफल परीक्षण :-
विश्व के सबसे ऊंचे सेतु पर ट्रेन का सफल परीक्षण:
यह एक ऐतिहासिक क्षण है, 19 जून, 2024 को, भारत ने जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल, चिनाब ब्रिज पर सफलतापूर्वक ट्रेन परीक्षण पूरा किया। यह उपलब्धि भारतीय रेलवे और हमारे देश के लिए गर्व की बात है।
परीक्षण के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
• ट्रेन: इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव द्वारा खींची गई एक विशेष परीक्षण ट्रेन को पुल पार करने में 12 मिनट लगे।
• गति: ट्रेन ने 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पुल पार किया।
• महत्व: यह परीक्षण पुल की संरचनात्मक मजबूती और सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।
चिनाब ब्रिज के बारे में:
• ऊंचाई: 359 मीटर (1,178 फीट), जो एफिल टॉवर से भी 35 मीटर (115 फीट) ऊंचा है।
• लंबाई: 1,315 मीटर (4,314 फीट)
• निर्माण: यह पुल 2019 में बनकर तैयार हुआ था, लेकिन कोविड -19 महामारी के कारण इसका परीक्षण विलंबित हो गया था।
• महत्व: यह पुल जम्मू और कश्मीर की कनेक्टिविटी में सुधार करेगा और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देगा।
यह उपलब्धि भारत की इंजीनियरिंग क्षमताओं और देश के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक बड़ी सफलता का प्रतीक है।
अतिरिक्त जानकारी:
• आप चिनाब ब्रिज के बारे में अधिक जानकारी यहाँ [अमान्य यूआरएल हटाया गया] पर प्राप्त कर सकते हैं।
चिनाब ब्रिज:_ दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे पुल
चिनाब ब्रिज जम्मू और कश्मीर में चिनाब नदी के ऊपर बना एक स्टील-कंक्रीट आर्च पुल है। यह 359 मीटर (1,178 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है, जो इसे दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे पुल बनाता है। यह पुल 1,315 मीटर (4,314 फीट) लंबा है और इसमें 17 स्पैन हैं। इसका निर्माण 2019 में पूरा हुआ था।
चिनाब ब्रिज का निर्माण भारतीय रेलवे द्वारा किया गया था और यह उधमपुर-बारामूला रेल लाइन का हिस्सा है। यह रेल लाइन जम्मू और कश्मीर को भारत के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण परियोजना है।
चिनाब ब्रिज न केवल एक इंजीनियरिंग चमत्कार है, बल्कि यह भारत की प्रगति और विकास का प्रतीक भी है। यह पुल जम्मू और कश्मीर के लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देगा।
चिनाब ब्रिज के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
• यह पुल 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं का सामना कर सकता है।
• पुल के निर्माण में 30,000 मीट्रिक टन स्टील का उपयोग किया गया था।
• पुल का निर्माण 1486 करोड़ रुपये की लागत से हुआ था।
• यह पुल जम्मू और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली सबसे ऊँची रेलवे लाइन है।
चिनाब ब्रिज भारत की गौरवपूर्ण उपलब्धि है और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
चिनाब नदी :
चिनाब नदी भारत और पाकिस्तान में बहने वाली एक नदी है। यह सिंधु नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है। चिनाब नदी हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले में चंद्रा और भागा नदियों के संगम से निकलती है। यह नदी जम्मू और कश्मीर, भारत के जम्मू क्षेत्र से होकर बहती है और अंततः पाकिस्तान में सिंधु नदी में मिल जाती है।
चिनाब नदी 900 किलोमीटर (560 मील) से अधिक लंबी है और इसका जलग्रहण क्षेत्र 56,300 वर्ग किलोमीटर (21,700 वर्ग मील) है। यह नदी भारत और पाकिस्तान के लिए सिंचाई और जल विद्युत उत्पादन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
चिनाब नदी कई महत्वपूर्ण शहरों और कस्बों से होकर बहती है, जिनमें जम्मू, उधमपुर, रियासी, रामबन, और सियालकोट शामिल हैं। यह नदी कई प्रमुख पुलों से भी पार होती है, जिनमें चिनाब ब्रिज, दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे पुल शामिल है।
चिनाब नदी एक महत्वपूर्ण जलमार्ग भी है। इसका उपयोग माल और यात्रियों के परिवहन के लिए किया जाता है। नदी में कई मछली प्रजातियां भी पाई जाती हैं, जो स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण खाद्य स्रोत हैं।
चिनाब नदी एक सुंदर और महत्वपूर्ण नदी है जो भारत और पाकिस्तान के लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।