भारत का एक और बड़ा कदम अब श्रीलंका में कर सकेंगे UPI से लेन देन

भारत का एक और बड़ा कदम अब श्रीलंका में कर सकेंगे UPI से लेन देन

भारत के लोगों के लिए ये हर्ष का विषय है , फोनपे ने LankaPay के साथ साझेदारी करके UPI से लेन देन की सुविधा शुरू की है। इसका मतलब है कि भारतीय पर्यटक अब श्रीलंका में UPI का उपयोग करके खरीदारी, भोजन और अन्य भुगतान कर सकते हैं। यह सुविधा भारत और श्रीलंका के बीच पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
UPI का उपयोग करने के लिए, भारतीय पर्यटकों को बस अपने PhonePe ऐप को डाउनलोड करना होगा और श्रीलंका में रहते हुए इसे अपने स्थानीय बैंक खाते से जोड़ना होगा।
UPI भुगतान लेने के लिए, श्रीलंकाई व्यवसायों को बस LankaPay QR कोड प्रदर्शित करना होगा । UPI एक सुरक्षित और सुविधाजनक भुगतान विधि है जो लेनदेन शुल्क को कम करने में भी मदद कर सकती है। यह श्रीलंका में भारतीय पर्यटकों के लिए एक बड़ी राहत होगी, जिन्हें अब नकदी ले जाने या मुद्रा विनिमय की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी। UPI के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप PhonePe की वेबसाइट या ऐप पर जा सकते हैं।
यहां कुछ अतिरिक्त विवरण दिए गए हैं:
• UPI का उपयोग करके श्रीलंका में भुगतान करने के लिए, भारतीय पर्यटकों को अपने PhonePe ऐप में “International Payments” विकल्प का उपयोग करना होगा।
• UPI लेनदेन के लिए विनिमय दर PhonePe द्वारा निर्धारित की जाएगी।
• UPI वर्तमान में श्रीलंका में सभी दुकानों और व्यवसायों द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता है।
UPI श्रीलंका में डिजिटल भुगतान को अपनाने को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है और देश को कैशलेस अर्थव्यवस्था बनने में आगे बढ़ा सकता है।
UPI क्या है :-

UPI क्या है
UPI का मतलब है Unified Payments Interface (एकीकृत भुगतान इंटरफेस)। यह भारत में National Payments Corporation of India (NPCI) द्वारा विकसित एक real-time payment system (वास्तविक समय भुगतान प्रणाली) है।
UPI का उपयोग करके, आप आसानी से अपने bank account (बैंक खाते) से दूसरे bank account (बैंक खाते) में पैसे भेज और प्राप्त कर सकते हैं।
UPI का उपयोग करके आप निम्नलिखित कार्य भी कर सकते हैं:
• Merchants (दुकानदारों) को भुगतान करें
• Utility bills (उपयोगिता बिल) का भुगतान करें
• Mobile recharge (मोबाइल रिचार्ज) करें
• Insurance premiums (बीमा प्रीमियम) का भुगतान करें
• Mutual funds (म्यूचुअल फंड) में निवेश करें
UPI का उपयोग करने के लिए, आपको बस एक UPI-enabled bank account (UPI-सक्षम बैंक खाता) और एक UPI app (UPI ऐप) की आवश्यकता होती है।
UPI app Google Play Store और Apple App Store से डाउनलोड किया जा सकता है।
कुछ लोकप्रिय UPI ऐप्स में Google Pay, PhonePe, Paytm, BHIM App, और Amazon Pay शामिल हैं।
UPI का उपयोग करना बहुत आसान है। आपको बस अपनी UPI ID या virtual payment address (वर्चुअल भुगतान पता) दर्ज करने की आवश्यकता है और भुगतान की राशि दर्ज करें।
UPI लेनदेन को PIN (पिन) या biometric authentication (जैवमितीय प्रमाणीकरण) जैसे two-factor authentication (दो-कारक प्रमाणीकरण) द्वारा सुरक्षित किया जाता है।
UPI भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि यह fast, convenient, and secure (तेज, सुविधाजनक और सुरक्षित) है।
UPI ने भारत में digital payments (डिजिटल भुगतान) को अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यहां UPI के बारे में कुछ अतिरिक्त विवरण दिए गए हैं:
• UPI भारत में सभी बैंकों द्वारा समर्थित है।
• UPI लेनदेन पर कोई शुल्क नहीं है।
• UPI 24/7 उपलब्ध है।
• UPI का उपयोग Android और iOS दोनों स्मार्टफोन पर किया जा सकता है।
क्या UPI के प्रकार भी हैं :-

तकनीकी रूप से, UPI एक ही प्रकार का है, जो National Payments Corporation of India (NPCI) द्वारा संचालित real-time payment system (वास्तविक समय भुगतान प्रणाली) है।
लेकिन, UPI का उपयोग विभिन्न प्रकार के लेनदेन के लिए किया जा सकता है, जिन्हें हम UPI के “प्रकार” मान सकते हैं:
1. Person-to-Person (P2P) Payments (व्यक्ति-से-व्यक्ति भुगतान): यह UPI का सबसे आम प्रकार है, जिसका उपयोग आप किसी भी UPI ID वाले व्यक्ति को पैसे भेजने और प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं।
2. Merchant Payments (दुकानदार भुगतान): आप UPI का उपयोग किसी भी दुकानदार को भुगतान करने के लिए कर सकते हैं जो UPI स्वीकार करता है। ऐसा करने के लिए, आपको बस दुकानदार का UPI QR कोड स्कैन करना होगा और भुगतान की राशि दर्ज करनी होगी।
3. Bill Payments (बिल भुगतान): आप UPI का उपयोग अपने बिजली, पानी, गैस, मोबाइल, इंटरनेट आदि जैसे बिलों का भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, आपको बस बिल भुगतान विकल्प का चयन करना होगा, बिलर का नाम और खाता संख्या दर्ज करनी होगी, और भुगतान की राशि दर्ज करनी होगी।
4. Online Payments (ऑनलाइन भुगतान): आप UPI का उपयोग ई-कॉमर्स वेबसाइटों और ऐप्स पर खरीदारी के लिए भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, आपको बस UPI भुगतान विकल्प का चयन करना होगा और अपनी UPI ID दर्ज करनी होगी।
5. Government Payments (सरकारी भुगतान): आप UPI का उपयोग सरकारी शुल्क और करों का भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, आपको बस संबंधित सरकारी वेबसाइट या ऐप पर जाना होगा और UPI भुगतान विकल्प का चयन करना होगा।
इसके अलावा, UPI का उपयोग money transfers (पैसे ट्रांसफर) के अलावा अन्य कार्यों के लिए भी किया जा सकता है, जैसे कि:
• Requesting money (पैसे का अनुरोध करना): आप किसी अन्य UPI ID वाले व्यक्ति से पैसे का अनुरोध करने के लिए UPI का उपयोग कर सकते हैं।
• Splitting bills (बिलों को विभाजित करना): आप UPI का उपयोग किसी बिल को कई लोगों के बीच विभाजित करने के लिए कर सकते हैं।
• Linking bank accounts (बैंक खातों को जोड़ना): आप UPI का उपयोग अपने विभिन्न बैंक खातों को एक ही UPI ID से जोड़ने के लिए कर सकते हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि UPI के सभी प्रकार सभी UPI ऐप्स पर उपलब्ध नहीं हो सकते हैं।
उदाहरण के लिए, कुछ UPI ऐप्स आपको government payments (सरकारी भुगतान) करने की अनुमति नहीं दे सकते हैं, जबकि अन्य आपको international money transfers (अंतर्राष्ट्रीय पैसे ट्रांसफर) करने की अनुमति दे सकते हैं।
अपने लिए सर्वश्रेष्ठ UPI ऐप चुनने के लिए, आपको अपनी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं पर विचार करना चाहिए।
भारत में UPI की शुरुआत कब हुयी :-

भारत में UPI (Unified Payments Interface) की शुरुआत 11 अप्रैल 2016 को National Payments Corporation of India (NPCI) द्वारा की गई थी।
यह एक real-time payment system (वास्तविक समय भुगतान प्रणाली) है जो आपको अपने bank account (बैंक खाते) से दूसरे bank account (बैंक खाते) में पैसे भेजने और प्राप्त करने की अनुमति देता है।
UPI की शुरुआत भारत में digital payments (डिजिटल भुगतान) को अपनाने में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी।
यह fast, convenient, and secure (तेज, सुविधाजनक और सुरक्षित) होने के कारण तेजी से लोकप्रिय हो गया है।
आज, UPI भारत में most popular payment method (सबसे लोकप्रिय भुगतान विधि) है, जिसके साथ billions of transactions (अरबों लेनदेन) हर महीने किए जाते हैं।
यूपीआई (Unified Payments Interface) की शुरुआत तो विश्व स्तर पर भारत में ही हुई थी, 11 अप्रैल 2016 को National Payments Corporation of India (NPCI) द्वारा।
लेकिन, UPI की सफलता को देखते हुए कई देश अब इसको अपनाने में रुचि दिखा रहे हैं। न्यूजीलैंड और भूटान जैसे देश एनपीसीआई के साथ मिलकर अपने देशों में भी UPI जैसी प्रणाली लागू करने की बातचीत कर रहे हैं।
अभी तक तो UPI का इस्तेमाल पूरी दुनिया में नहीं हो पाया है, लेकिन ये भारत का एक ऐसा नवाचार है जिसे दुनिया अपनाना चाहती है।

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