थर्रायेनेंगे हमारे दुश्मन : भारत के पहले स्वदेशी बॉम्बर UAV का बेंगलुरु में किया गया लांच

थर्रायेनेंगे हमारे दुश्मन : भारत के पहले स्वदेशी बॉम्बर  UAV का बेंगलुरु में किया गया लांच 

भारतीय रक्षा और एयरोस्पेस कंपनी फ्लाइंग वेज डिफेंस एंड एयरोस्पेस टेक्नोलॉजीज (Flying Wedge Defence and Aero Space Technologies) ने  बेंगलुरु में FWD-200B का अनावरण करके एक मील का पत्थर चिह्नित किया, जो देश का पहला स्वदेशी बमवर्षक मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) है | FWD-200B को हिंदी में “फ्लाइंग वेज का मध्यम-ऊंचाई, लंबी एंड्योरेंस वाला लड़ाकू वाहन (MALE UAV)” के रूप में जाना जाता है।

आइए इसके कुछ प्रमुख बिंदुओं को हिंदी में देखें:

  • निर्माता: फ्लाइंग वेज कंपनी, भारत
  • प्रकार: मानव रहित हवाई वाहन (UAV) जिसे ड्रोन भी कहा जाता है।
  • उपयोगिता: सैन्य – निगरानी और हमले के लिए।
  • विशेषताएं:
    • मध्यम ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम (लगभग मध्यम ऊंचाई वाली इमारतों के बराबर)
    • लंबे समय तक हवा में रहने की क्षमता (लंबी एंड्योरेंस)
    • 100 किलोग्राम वजन तक का पेलोड ले जाने की क्षमता
    • निगरानी के लिए ऑप्टिकल उपकरण ले जा सकता है
    • हथियार ले जाकर सटीक हवाई हमले कर सकता है (रिपोर्ट्स के अनुसार)
    • अधिकतम गति: 370 किलोमीटर प्रति घंटा
    • टेकऑफ वजन: 498 किलोग्राम (रिपोर्ट्स के अनुसार)

FWD-200B भारत का पहला स्वदेशी रूप से निर्मित बॉम्बर UAV है। यह आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है।

फ्लाइंग वेज डिफेंस एंड एयरोस्पेस टेक्नोलॉजीज (Flying Wedge Defence and Aero Space Technologies):-

फ्लाइंग वेज डिफेंस एंड एयरोस्पेस टेक्नोलॉजीज (Flying Wedge Defence and Aerospace Technologies) एक भारतीय कंपनी है जो रक्षा और हवाई क्षेत्र से जुड़े उत्पादों और सेवाओं को विकसित करती है। यह कंपनी फरवरी 2022 में स्थापित हुई है।

आइए कंपनी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी हिंदी में देखें:

मुख्य क्षेत्र:

  • रक्षा उपकरण: ख़ासकर मानव रहित हवाई वाहन (UAV) जिन्हें ड्रोन भी कहा जाता है।
  • हवाई प्रौद्योगिकी: ड्रोन के निर्माण और उनके संचालन से जुड़े टेक्नोलॉजी का विकास।

उत्पाद:

  • FWD-200B: यह मध्यम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाला लड़ाकू ड्रोन (MALE UAV) है। इसकी खासियत है कि यह लंबे समय तक हवा में रह सकता है और हथियार लेकर सटीक हमले कर सकता है।

कंपनी के लक्ष्य:

  • स्वदेशी रक्षा उपकरणों का विकास कर भारत को आत्मनिर्भर बनाना।
  • किसानों के लिए कृषि संबंधी ड्रोन समाधान उपलब्ध कराना।
  • ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बनना।

कंपनी की कुछ खास बातें:

  • अपेक्षाकृत नई कंपनी लेकिन महत्वाकांक्षी लक्ष्य।
  • भारत के पहले स्वदेशी बॉम्बर ड्रोन (FWD-200B) के विकास का श्रेय।

कृषि क्षेत्र में भी ड्रोन तकनीक का उपयोग बढ़ाने पर ध्यान देना।                                                                                                                                                                                                             बॉम्बर(बमवर्षक) क्या है:- बॉम्बर (Bomber) एक प्रकार का युद्धक विमान होता है जिसे स्थल और जल पर स्थित लक्ष्यों पर बमों द्वारा आक्रमण करने के लिए डिजाइन किया जाता है।

बॉम्बर विमानों की विशेषताएं:

  • भारी मात्रा में बम ले जाने की क्षमता: बॉम्बर विमान बड़ी संख्या में बम ले जा सकते हैं, जिससे वे एक बार में दुश्मन के कई लक्ष्यों को नष्ट कर सकते हैं।
  • लंबी दूरी तय करने की क्षमता: बॉम्बर विमान लंबी दूरी तक उड़ान भर सकते हैं, जिससे वे दुश्मन के क्षेत्र में गहराई तक जाकर हमला कर सकते हैं।
  • उंचाई से हमला करने की क्षमता: बॉम्बर विमान ऊंचाई से हमला करते हैं, जिससे उन्हें दुश्मन की हवाई सुरक्षा प्रणालियों से बचने में मदद मिलती है।
  • विभिन्न प्रकार के बम ले जाने की क्षमता: बॉम्बर विमान विभिन्न प्रकार के बम ले जा सकते हैं, जैसे कि सामान्य बम, विखुरे हुए बम, परमाणु बम आदि।

बॉम्बर विमानों का उपयोग:

  • युद्ध में दुश्मन के सैन्य ठिकानों, शहरों, औद्योगिक केंद्रों, और बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए।
  • दुश्मन की हवाई सेना को कमजोर करने के लिए।
  • नागरिक आबादी को डराने और मनोबल कम करने के लिए।

उल्लेखनीय बॉम्बर विमान:

  • B-52 स्ट्रैटोफोर्ट्रेस: अमेरिका द्वारा निर्मित एक रणनीतिक बॉम्बर।
  • Tu-95 Bear: रूस द्वारा निर्मित एक रणनीतिक बॉम्बर।
  • H-6K Bomber: चीन द्वारा निर्मित एक रणनीतिक बॉम्बर।
  • Mirage 2000N: फ्रांस द्वारा निर्मित एक सामरिक बॉम्बर।
  • Sukhoi Su-34: रूस द्वारा निर्मित एक सामरिक बॉम्बर।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बॉम्बर विमानों के उपयोग पर नैतिक और राजनीतिक बहस होती है, क्योंकि इनके हमलों में अक्सर नागरिक हताहत भी होते हैं।

 

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