इरेडा (IREDA) को मिला नवरत्न कंपनी का दर्जा(PUBLIC SECTOR COMPANY)
भारत सरकार की तरफ से हाल ही में इरेडा कंपनी को नवरत्न का दर्जा मिला था | ईरेडा कंपनी देश की 17वीं पीएसयू कंपनी है. जिसको नवरत्न का दर्जा मिला है, इसे नवरत्न कम्पनी का दर्जा मिलने के बाद इसके स्टॉक में १२% का उछाल देखा गया | इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (आईआरईडीए) का प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा |
इरेडा
IREDA एक सार्वजनिक लिमिटेड सरकारी कंपनी है जिसे 1987 में एक गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था, इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (आईआरईडीए) | इसकी स्थापना 1987 में नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं के विकास को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।
वर्तमान में इसके चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं श्री प्रदीप कुमार दास और कंपनी की सचिव हैं श्रीमती एकता मदान |
मुख्य कार्य:
- वित्तीय सहायता: आईआरईडीए नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं के लिए ऋण, अनुदान और अन्य वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
- नीति और कार्यक्रम: आईआरईडीए नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता क्षेत्र के लिए नीतियां और कार्यक्रम विकसित करता है।
- प्रौद्योगिकी प्रचार: आईआरईडीए नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देता है और अनुसंधान एवं विकास का समर्थन करता है।
- क्षमता निर्माण: आईआरईडीए नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता क्षेत्र में क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: आईआरईडीए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने के लिए काम करता है।
उपलब्धियां:
आईआरईडीए ने पिछले 30 वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसकी प्रमुख उपलब्धियों में शामिल हैं:
- नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए ऋण और अनुदान की सुविधा: आईआरईडीए ने भारत में सैकड़ों नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को वित्तपोषित किया है, जिससे देश की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में वृद्धि हुई है।
- नवीकरणीय ऊर्जा नीति और कार्यक्रमों का विकास: आईआरईडीए ने भारत की नवीकरणीय ऊर्जा नीति और कार्यक्रमों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें राष्ट्रीय सौर मिशन और पवन ऊर्जा कार्यक्रम शामिल हैं।
- नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों का प्रचार: आईआरईडीए ने भारत में नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे उनकी लागत कम करने और उनकी दक्षता में सुधार करने में मदद मिली है।
- क्षमता निर्माण: आईआरईडीए ने नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता क्षेत्र में क्षमता निर्माण के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जिससे क्षेत्र में कुशल जनशक्ति विकसित करने में मदद मिली है।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: आईआरईडीए ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने के लिए कई पहलों में भाग लिया है।
इरेडा के उद्देश्य..
- नए और नवीकरणीय स्रोतों के माध्यम से बिजली और/या ऊर्जा उत्पन्न करने और ऊर्जा दक्षता के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण के लिए विशिष्ट परियोजनाओं और योजनाओं को वित्तीय सहायता देना।
- नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता/संरक्षण परियोजनाओं में कुशल और प्रभावी वित्तपोषण प्रदान करने के लिए एक अग्रणी संगठन के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखना।
- नवीन वित्तपोषण के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में IREDA की हिस्सेदारी बढ़ाना।
- सिस्टम, प्रक्रियाओं और संसाधनों में निरंतर सुधार के माध्यम से ग्राहकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं की दक्षता में सुधार।
- ग्राहक संतुष्टि के माध्यम से प्रतिस्पर्धी संस्थान बनने का प्रयास करना।
इरेडा को नवरत्न कंपनी का खिताब: एक गौरवपूर्ण उपलब्धि
इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (आईआरईडीए) को भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित ‘नवरत्न’ कंपनी का दर्जा दिया गया है। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो आईआरईडीए के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को दर्शाता है।
नवरत्न का दर्जा क्या है?
नवरत्न का दर्जा भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र की उन नौ कंपनियों को दिया जाता है जिन्होंने लगातार उत्कृष्ट वित्तीय प्रदर्शन, कॉर्पोरेट गवर्नेंस और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रदर्शन किया है। यह दर्जा कंपनी की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता का प्रतीक है।
आईआरईडीए के लिए इसका क्या मतलब है?
आईआरईडीए के लिए नवरत्न का दर्जा कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
- यह भारत सरकार द्वारा आईआरईडीए के काम की मान्यता है।
- यह नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में आईआरईडीए की नेतृत्वकारी भूमिका को मजबूत करता है।
- यह कंपनी को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बनाता है।
- यह आईआरईडीए के कर्मचारियों के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत है।
आईआरईडीए की उपलब्धियां
आईआरईडीए ने पिछले कुछ वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। इनमें शामिल हैं:
- भारत में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए ऋण और अनुदान प्रदान करना।
- नवीकरणीय ऊर्जा नीतियों और कार्यक्रमों को विकसित करना।
- नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना।
- नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अनुसंधान और विकास का समर्थन करना।
निष्कर्ष
आईआरईडीए को नवरत्न कंपनी का दर्जा मिलना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी के योगदान को दर्शाता है। यह दर्जा कंपनी को भविष्य में और भी अधिक सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा।
क्या होती है नवरत्न कंपनी
नवरत्न कंपनियां भारत सरकार के स्वामित्व वाली सार्वजनिक क्षेत्र की उद्यम (पीएसयू) हैं जिन्हें उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर विशेष दर्जा दिया जाता है।
यह दर्जा 1997 में पहली बार नौ कंपनियों को दिया गया था, और तब से 17 कंपनियों को यह सम्मान मिल चुका है।
नवरत्न कंपनियों को निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:
- वित्तीय स्वायत्तता: वे बिना सरकारी मंजूरी के 1000 करोड़ रुपये तक का निवेश कर सकती हैं |
- स्वतंत्रता: वे अपनी बोर्ड बैठकों की आवृत्ति और कार्यप्रणाली, मानव संसाधन नीतियां, और विदेशी सहयोग जैसे मामलों में अधिक स्वतंत्रता प्राप्त करती हैं।
- प्रतिष्ठा: नवरत्न का दर्जा कंपनी की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को बढ़ाता है, जिससे उन्हें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बनाता है।
नवरत्न कंपनियों का चयन निम्नलिखित मानदंडों के आधार पर किया जाता है:
- वित्तीय प्रदर्शन: पिछले पांच वर्षों में लगातार लाभ, बिक्री में वृद्धि, और स्वस्थ वित्तीय अनुपात।
- कॉर्पोरेट गवर्नेंस: मजबूत कॉर्पोरेट गवर्नेंस प्रथाओं का पालन, जिसमें पारदर्शिता, जवाबदेही, और बोर्ड में स्वतंत्र निदेशकों का अच्छा प्रतिनिधित्व शामिल है।
- सामाजिक जिम्मेदारी: सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति प्रतिबद्धता, और समुदाय के विकास में योगदान।
वर्तमान में 17 नवरत्न कंपनियां हैं:
- Bharat Electronics Limited (BEL)
- Container Corporation of India Limited (CONCOR)
- Engineers India Limited (EIL)
- Hindustan Aeronautics Limited (HAL)
- Mahanagar Telephone Nigam Limited (MTNL)
- National Aluminium Company Limited (NALCO)
- National Buildings Construction Corporation Limited (NBCC)
- Neyveli Lignite Corporation Limited (NLC India)
- National Mineral Development Corporation Limited (NMDC)
- Rashtriya Ispat Nigam Limited (RINL)
- Shipping Corporation of India Limited (SCI)
- Rail Vikas Nigam Limited (RVNL)
- ONGC Videsh Ltd (OVL)
- Rastriya Chemicals & Fertillizers Limited (RCF)
- IRCON International Limited
- RITES Limited